Thursday, July 01, 2010

मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

आँखों में नमी, होठों पर हंसी, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं
यूं घुट-घुट कर जीते जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

है वक़्त एक साया क़ातिल का, साथ मेरे जो चलता है
क़ातिल से करूँ मैं याराना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

वो शोख हसीं जब नज़रें उठा, यूँ तीर निशाने पर छोड़े
दिल मेरे तेरा अब बच पाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

ये रंग बदलती दुनिया है, यहाँ रोज ही यार bichadte हैं
ऐसे में तेरा मुझे मिल जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

कुछ अंजाना सा रिश्ता है, मेरे खुदा, तुझ में, मुझ में
इस रिश्ते को झुठला पाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

हम इश्क-तबीयत वाले लोग, कलम कहाँ साथ में रखते हैं
आहों से ग़ज़ल बुनते जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं
 
यहाँ मीठी सलाखें सपनों की, और दाना-पानी रिश्तों का
इस क़फ़स* से यूँ उड़ कर जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं
*पिंजरा

22 comments:

Rajeev Gambhir said...

Thanks Adee for the Ghazal. Nice One

Siddharth said...

यहाँ मीठी सलाखें सपनों की . .

winning lines man !!

Kyra said...

आँखों में नमी, होठों पर हंसी, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं
यूं घुट-घुट कर जीते जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

beautiful...touching...soulful adee..just simply beautiful..probably the best of your work....this piece of work is different from all the rest of your works I have read.

Ire said...

Bahut hee philosophical turn le liya... nice write up!

baavriviti said...

हम इश्क-तबीयत वाले लोग, कलम कहाँ साथ में रखते हैं
आहों से ग़ज़ल बुनते जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं...

wow. everyone can write, but making things so beautiful with words is a rare talent. loved it.

Reema said...

very nice

RAJI MUTHUKRISHNAN said...

You are very gifted.....

Srushti Rao said...

Whoa!!!! Dude this is like awesomeness... too good... Keep it up... you are getting better by the day...

Phoenix said...

Awesome...read something so nice after a while!

Surubhi said...

beautiful adee....life is just like like :)

ADITI said...

beautiful :) super like... :)

Anonymous said...

liked reading this :) i love your blog !! keep sharing :)

Sri Harsha said...

simply superb...keep the flow..

Ðëë Dee ♥ said...

ये रंग बदलती दुनिया है, यहाँ रोज ही यार bichadte हैं
ऐसे में तेरा मुझे मिल जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

Loved it.. Adinath :)
your posts touches the souls depth... U express that which we feel.. but fail to express.
Keep it coming. :)

Palash said...

हम इश्क-तबीयत वाले लोग, कलम कहाँ साथ में रखते हैं
आहों से ग़ज़ल बुनते जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं
Beautiful words..keep them flowing..freely..

Anonymous said...

beautiful...just beautiful

Anonymous said...

Hum aapki iss ghazal pey dobaara comment na karey..mushkil to nahi, aasan bhi nahi :)

Love it everytime I read it! Thanks for sharing, Adee jii! :D

anjali said...

hey thats nice adee!! :))

Me and My Thoughts said...

यहाँ मीठी सलाखें सपनों की, और दाना-पानी रिश्तों का
इस क़फ़स* से यूँ उड़ कर जाना, मुश्किल तो नहीं, आसाँ भी नहीं

These two lines touched my heart. Kitni Sachchi hain in lines me..
I just loved your writing.

mad hatter said...

wah, badhiya.. lajwaab!

- suparna

Sigma said...

Lovely!!

Sigma said...

Lovely!!

dreamt before

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